Agriculture Home Business 

घरेलु कृषि व्यावसाय || Agriculture Home Business


किसान भाई अपने उत्पाद का उचित और अच्छे भाव प्राप्त करने के लिए उन्हें अपने कृषि को घरेलु कृषि व्यावसाय या Agriculture Home Business  में बदलना होगा , जिससे किसानो के पुरे परिवार को साल के अधिकतम समय तक रोजगार मिल सके वा अपने उत्पाद का अपना भाव तैय कर सके। 

किसान अपने कृषि उत्पाद को लोगो की जरुरत के हिसाब से अंतिम उत्पाद में बदलकर बेचे तो उसे अधिक मुनाफा हो सकता हैं , तथा किसान के अधिकतर खाली समय का उपयोग  इन उत्पादों को बनाने में किया जा सकता हैं , जिससे घर के सभी सदस्यों को काम मिल सकता हैं। 
जब किसान अपने फसल को खेत से निकाल कर बाज़ारो तक बेचने के लिए लाते हैं , तो यह किसान अपने उत्पाद का भाव खुद तैय नहीं कर पाता हैं , जिससे किसान को कई बार नुकसान भी उठाना पड़ता हैं। लेकिन जब उन उत्पाद को नए उत्पाद में बदल दे तो किसान उन उत्पाद का मूल्य सेट कर सकता हैं वा उन प्रोडक्ट को अधिक समय तक स्टोर कर सकता हैं  तथा दूर-दूर तक भेज सकता हैं।  जैसे की आलू  से चिप्स , भुजिया बनाकर वा आलू का आटा बनाकर बेचे या टमाटर की खेती करके , टमाटर की केचप।  सॉस , मिक्स अचार , टोमेटो पावडर आदि बनाकर बेच सकते हैं ,जिससे किसानो को अधिक लाभ मिल सकता हैं , इस  प्रकार की व्यावसाय को बड़े स्तर पर करने के लिए एक गाव के पुरे किसान या आसपास के अन्य गावो के किसान आपस में जुड़ कर एक उद्योग के रूप में कर सकते हैं , जिससे वर्ष भर किसानो द्वारा उत्पादित होने वाले उत्पाद को नए उत्पाद में बदलने का काम किया जा सकता हैं | इसप्रकार के व्यावसाय में , राइस मील , आटा मील , दाल मील , मसाला मील , तेल मील आदि हो सकते हैं तथा इन  कार्यो से  भूसा , खली आदि को पशु चारा , मुर्गी चारा , मछली चारा ,जैविक खाद  आदि प्रोडक्ट  बनाया जा सकता हैं जिससे  किसानो को और अधिक लाभ हो सकता हैं |

कृषि पर आधारित  घरेलु व्यावसाय :-

इस प्रकार की व्यावसाय किसान अपने उत्पाद को घर में ही कुछ सुविधावो को इकठा करके नए उत्पाद में बदल सकते हैं  और मोटी रकम कमा सकते हैं। किसान जब  फसल  उगाकर बाजार में बेचता हैं तो किसानो के फसलो को बहुत कम भाव में खरीदा जाता हैं , और फिर उसी फसल को बाजार मांग के अनुसार नए उत्पाद में बदलकर ज्यादा भाव में बेचते हैं, जिससे खरीदारों को अधिक मुनाफा होता हैं , ऐसे में छोटे वा माध्यम वर्ग के किसानो के लिए कृषि पर आधारित घरेलु व्यावसाय एक अच्छा विकल्प हो सकता हैं। इस प्रकार  की व्यावसाय में प्रमुख हैं | :- 


चिप्स वा भुजिया निर्माण :-
 

हमारे देश में ड्राई फ़ूड खाने वालो की संख्या लगातार बढ़ रहा हैं , जिससे इस प्रकार की सामग्री की मांग लगातार बढ़ रहा हैं ऐसे में गाव में रहने वाले  किसानो के लिए घरेलु स्तर पर ड्राई फूड का उत्पादन करना और उसे शहरो के बाजारों  में बेचना एक फायदेमंद हो सकता हैं।  चिप्स में आलू चिप्स , केले का चिप्स , मक्के का चिप्स , मैदे वा बेसन , आदि का चिप्स बना सकते हैं।   जबकि भुजिया में मुंग दाल , मूंगफली वा बेसन को मिक्स करके , आलू की  भुजिया , बेसन से दाल मोटा, मिक्सचर आदि  बनाकर तथा इसे पैकिंग करके बाजार में बेचा जा सकता हैं जिससे किसानो को अधिक लाभ मिल सकता हैं। 

पापड़ वा आचार निर्माण :-

किसान अपने खेत में मुंग की खेती करके मुंग की दाल , मुंग का बेसन वा बेसन से पापड़ बना सकता हैं जबकि किसान अपने खेतो में आवला , आम , नीबू  ,  आदि से अमचुर पावडर , आम रस , आवले की लाडू , मुरबा , जूस , सामान्य आचार, और मिक्स आचार बनाकर बाजार में बेचा जा सकता हैं। यह सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होता हैं जिसका मांग शहरो में काफी अधिक होता हैं। 

बड़ी निर्माण :-

किसान अपने खेते में रखिया या कुम्हड़ा ,मुंग, उड़द , जिमीकंद , पपीता , मुली आदि को उगाकर , इसका प्रयोग बड़ी बनाने में किया जा सकता हैं , जैसे की कुम्हड़ा बड़ी , दाल बड़ी , पपीता बड़ी , मुली बड़ी , जिमीकंद की बड़ी , ये सभी बहुत स्वादिस्ट और पोष्टिक होता हैं , और इन सब में उड़द की दाल का प्रयोग किया जाता हैं , जिसकी मांग अब शहरो वा गाव में भी बढ़ रहा हैं। 

मसाला निर्माण :-

छोटे वा माध्यम वर्ग के किसान , धनिया , जीरा , काली मिर्च , इलाची , मिर्च , हल्दी , लहसुन , अदरक , प्याज  आदि की खेती करके , छोटे स्तर पर भी मसाला निर्माण कर सकते हैं जैसे की।, धनिया , जीरा , मिर्ची , हल्दी , आदि की पावडर , इसके अलावा मिक्स मसाला भी बनाया जा सकता हैं , तथा , लहसुन , अदरक , प्याज का पेस्ट भी बना सकते हैं और इन सबको पैकिंग करके बाजार में बेच सकते हैं जिनका मांग हमेसा लोगो में रहेगा। यदि किसानो के पास मसालों की  पिसाई के लिए मशीन लगाने के लिए ज्यादा पैसे नही हैं तो किसान हाथो से चलने वाले घरेलु चक्की का प्रयोग कर सकते हैं। 

आटा निर्माण :-

गाव के किसान जो मक्का गेहू धान , चना आदि उगाते हैं , वो लोग मक्के की आटा, गेहूं की आटा , नए चवाल की आटा  वा दालो का बेसन निर्माण कर सकते हैं वर्तमान में इन सभी चीजो का मांग बहुत तेजी से  बढ़ रहा हैं जो आने वाले समय में और भी विस्तार ले सकता हैं , जो किसानो के लिए बहुत अच्छा हो सकता हैं , यदि किसानो के पास आटा पीसने की मशीन लगाने के लिए अधिक पैसे नही हैं तो इसे हाथो से चलने वाले चक्की से भी पिसा जा सकता हैं जो मशीनों से पिसने वाले आटे से कई गुना अधिक स्वादिस्ट और पोष्टिक होता हैं। 

इसके अलावा भी कई प्रकार के घरेलु कृषि व्यावसाय || Agriculture Home Business  हो सकते हैं जैसे गेहू से आटा या मैदे का निर्माण फिर इससे  नूडल , पानी पूरी का पूरी व कई प्रकार के मिठाई भी बना सकते हैं। जिसे पैकिंग करके नजदीकी बाजार में बेचा जा सकता हैं और किसान अच्छा मुनाफा कमा सकता हैं। 

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